azlyrics.biz
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

a.o.d. & bhappa - kidhar gaye lyrics

Loading...

[a.o.d. & bhappa “kidhar g+ye” के बोल]

[intro]
किधर गए? मेरे ख़्वाब सारे किधर गए?
बिखर गए, तेरे सामने सब बिखर गए
किधर गए? मेरे ख़्वाब सारे किधर गए?
बिखर गए, तेरे सामने सब बिखर गए

[verse 1]
कब से रहा हूँ ख़ुद से मैं भी भाग
पर अब तक भी नहीं मैं थका हूँ, मौत के पीछे मैं पड़ा हूँ
मुझे चाहिए ज़िंदगी में अब बदलाव (बदलाव)
लापता मैं हो गया हूँ, ख़ुद को ख़ुद में खो चुका हूँ
अब मैं नशे करता रहता क्यूँ हूँ, यार? (क्यूँ हूँ, यार?)
क्या मैं पागल हो गया हूँ? सोला साल वो भूल गया हूँ
तब मैं जीता ख़ुशी से था कैसे, यार? (कैसे, यार?)
अब वो सब मैं भूल गया हूँ
बिना सपनों के सोता हूँ पर
आती नहीं नींद है, भाई, आती नहीं feel है, भाई
वैसे भी sober जब सोता हूँ, आती bad dreams हैं, भाई
बस दिन में अब सपनों में खोता हूँ, होता नहीं feel है right
मैं जब तक नहीं रोज़ अब वो लेता हूँ, बनता नहीं scene है, भाई

[chorus]
ज़िकर करें, मेरी खामियों का ज़िकर करें
फ़िकर करें, इन बूरी आदतों की फ़िकर करें
किधर गए? मेरे ख़्वाब सारे किधर गए?
बिखर गए, तेरे सामने सब बिखर गए
[verse 2]
मैं बहका रहता हूँ और काफ़ी कहता रहता हूँ कि
कर नहीं पा रहा कुछ भी, अब मैं घर पे बैठा रहता
रहता बैठा हूँ अब घर पे, ताने मैं भी सहता रहता
और जब होता कुछ नहीं तो काफ़ी सहमा+सहमा रहता
पर ये मन है बादलों में, ये सपने हैं बावलों से
हाँ, लगते हैं हम काफ़िरों+से पर आते हैं मुसाफिरों में
जूझेंगे मुकाबलों से, हीरे की हम बनावटों+से
लड़ लेंगे हम भी पागलों से और दुनियाभर की ताकतों से
तो फ़िर अब—

[chorus]
ज़िकर करें, मेरी खामियों का ज़िकर करें
फ़िकर करें, इन बूरी आदतों की फ़िकर करें
किधर गए? मेरे ख़्वाब सारे किधर गए?
बिखर गए, तेरे सामने सब बिखर गए

[refrain]
अब मुझे रहती कोई भी फ़िकर नहीं
बिखरे ख़्वाबों का कोई ज़िकर नहीं
समझ आया सपने बिखरे नहीं थे
i guess तब सही थी मेरी vision नहीं
करी मैंने सबसे पहले vision सही

[verse 3]
अब ठीक हूँ, no discussion, no concussion
living healthy life अब, no गंदी repercussions
हाँ, सोला पे हुआ मेरा introduction
सात साल लगे थे मेरेको consumption का करने में reduction
“how much i did it?” no, that’s not the question (yeah)
it’s “क्या सही में छोड़ा वो obsession?”
do i like the music more या money है what i need?
i guess कुछ और मैं होता तो नहीं रहता मैं ठीक
’cause मेरे अंदर है चुल कि खाना चाहता verses हूँ मैं even when i’m full
साला, even when i’m धुत्त, मेरे शब्द हैं होते तेज़
करी बंदी थी एक pull, अब मैं sorted हूँ for life
बिना कुश के भी मैं ख़ुश
[outro]
तो फ़िर फ़िकर नहीं (फ़िकर नहीं)
अब बिखरे ख़्वाबों का कोई ज़िकर नहीं (ज़िकर नहीं)
समझ आया सपने बिखरे नहीं थे (बिखरे नहीं थे)
i guess तब सही थी मेरी vision नहीं
करी मैंने सबसे पहले vision सही



Random Lyrics

HOT LYRICS

Loading...