azlyrics.biz
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

killerktherapper - hello pm? lyrics

Loading...

[verse 1]

जली राख पन्नों कि खिदमत
माँ कहे फूल से तू और अब खिल मत
माँ कि गुहार कीचड़ और ना फैलाए तू
कलम का दौर बस वापिस ले आए तू

पर यहाँ कलम ना कमल है हर जगह
तभी तो माँ हर जना कीचड़ में है सना
जिनके दिमाग में गोबर का भरा फलसफा
कह दो उन्हे पकोड़े तलने से कोई ना घर चला

बालासोर बना जीवन का आखिरी सफर
लोग सारे सो रहे देखा जीवन का आखिरी स्वप्न
कि “क्यों ७० साल बाद भी ना हम खास?”
कि “कब नेता काम के लिए लेंगे परवाज़?”

गुजरात cm करोड़ों का plane उड़ाये
जवाब देगा भाई कौन?
भूके उन गरीबों के ये घर तुड़वाएँ
इस पे बोलेगा क्या तेरा news icon?

[bridge]

४० जवान शहीद
ये tv पे bear के साथ थे कर रहे मस्कारी
बंगाल में ममता फ़ना
बच्चियों के माँ+बाप थे कर रहे तस्करी
पत्रकार ये चमचे सरकार के
इनका मणिपुर पे निकला १ शब्द नहीं
चाटुकार ये चौकीदार कि चाटते
असली news का समय इन पर उपलब्ध नहीं

[chorus]

h+llo pm?
बेरोजगार दिखते जवान नहीं?

h+llo pm?
दिखते क्यों मरते किसान नहीं?

h+llo pm?
मणिपुर का सुना क्यों हाल नहीं?

h+llo pm?
गरीबों के टूटे मकान कई!

[verse 2]

छोटी+छोटी बच्चियों के साथ rape
दिन प दिन बढ़ते जा रहे बस case पे case
१ दलित ने पानी मटके से क्या पी लिया
मास्टरों ने उससे उसकी ज़िंदगी को छीन लिया
संसद बना शर्मा का show
नेता कपिल बन मज़ाक कर रहे जनता से bro
tv चैनलों कि डिबेटों में हो रही मार पीट
ये असली खबर को दे रहे घंटा नहीं बरो

देखो बढ़ते petrol के दाम
नौकरी जाती आज कम होता काम
आती ना msp मरते किसान
नेता लड़वाते हिन्दू+मुसलमान

घर कि रसोई का जलता ना चूल्हा
free का cylinder दे जनता को चूना
लगाते है नारे “hakuna matata” जो
देखे ना देश कितना नीचे जाता वो

बढ़ रहे suicide intensified
जबरन लुगाई का aborticide
पहले फसाई फिर लड़की भगाई
पैसों को लूट रस्ते छोड़ा भाई

पूंजीवादी के साथ बैठे फकीर
snake के भेंस में डसे गरीब
इनके मज़ाक में कौम अधीर
जमीर को बेच बने ये अमीर

[bridge]
शरमसार हुई आंखे देख बार+बार
बंगाल मणिपुर में सरेआम बलात्कार हुआ
किसी ने भी नहीं करी इमदाद
ये समाज ही उन बहनों को नोच के खा गया

बंटवारे के ये गीत बड़ी शान से हैं गा रहे
सारे जवानों कि मौत पे vote लेकर जा रहे
बैठे इन्किलाबियों पे नेता लाठियाँ बरसा रहे
जिससे फ़ना होते जा रहे इन्किलाब के नारे

[chorus]

h+llo pm?
बेरोजगार दिखते जवान नहीं?

h+llo pm?
दिखते क्यों मरते किसान नहीं?

h+llo pm?
मणिपुर का सुना क्यों हाल नहीं?

h+llo pm?
गरीबों के टूटे मकान कई!



Random Lyrics

HOT LYRICS

Loading...