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mr. yash - safar mara lyrics

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(hook)
चल पड़ा मैं, बिना किसी डर के
रातों से लड़ता, सूरज की कसम खा के
सफर मेरा, कोई समझ न पाए
हारे नहीं हम, बस वक्त आज़माए।

(verse 1)
रास्ते खाली, पर दिल में भीड़ है
सपनों की दुनिया, हकीकत से पीड़ है
लोग कहते रहे, “कहाँ तू जाएगा?”
मैं बोला – “जहाँ मेरा दिल बुलाएगा।”

बीते कल की बातों में फँसा नहीं मैं
हर चोट को सीखा, अब हँसा नहीं मैं
किस्मत के पन्नों पे लिखा अपना नाम
आग हूँ मैं, नहीं बस एक काम।

(hook)
चल पड़ा मैं, बिना किसी डर के
रातों से लड़ता, सूरज की कसम खा के
सफर मेरा, कोई समझ न पाए
हारे नहीं हम, बस वक्त आज़माए।

(verse 2)
रातें जागी, पर सपने बड़े
मुश्किलों से रिश्ते पुराने पड़े
हर गिरावट ने सिखाया उठना
अब तो दर्द भी कहे, “चल बेटा, जुतना!”
संगीत में मेरा सुकून है भाई
हर बीट में मेरी जंग समाई
लोग पूछें, “कब चमकेगा तेरा नाम?”
मैं हँसता हूँ – “जब वक्त देगा सलाम।”

(outro)
ना fame की भूख, ना ताज की चाह
बस सच्चाई रहे, यही मेरी राह
भीड़ में रहकर भी रंग मेरा अलग है
रुकना नहीं अब, सफर यही असल है।



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