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punnet raga - jiwsam lyrics

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—अपरमपार
(हरि मिलन का द्वार जहाँ पर)
(धाम बना हरिद्वार)

(धाम बना हरि…)

इस धार्मिक नगरी में आने के बाद
पतित-पावनी माँ गंगा के पवित्र जल में स्नान कर
सभी आगे की यात्रा करते हैं

दूर-दूर तक फैले ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरों का सौंदर्य
और नीचे “कल-कल” बहती माँ गंगे का आकर्षण
सभी भक्तों को अपने मोहपाश में बाँधे रखता है

प्रकृति के सुरम्य वातावरण को निहारते-निहारते
भक्तों का जत्था जैसे-जैसे आगे बढ़ता है
वैसे-वैसे मार्ग में अनेक तीर्थ स्थलों के दर्शन होते रहते हैं



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