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raga - jamnapaar lyrics

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घर से निकले लड़-झगड़ के
लड़के सर पकड़के
तड़पे करते टूटने

सर पे चढ़के कूटने

को है तैयार माल फूकने को
नाल तू चले तो चल तू
फालतू में न मचल तू
जमनापार का सफर तू

कर तू पार आज
मेरे साथ आज मेरे यार
आस – पास ख़ास – ख़ास सारे बदमिज़ाज
फिर भी सबके बस में आज सबकी जहांज
सबके पास अपने राज़
टूटने ये लाइलाज

आज भी
आज भी
आशिकी tuition को gate पे
लौंडे आँखे गड़ाए बैठे
gate पे यु ढीट से
लड़की निकली पीछे से
लड़का मन लगाए बैठा
बातचीत पूरी क्युकी
लड़का दम लगाए बैठा

लड़का काम कमाए
उसका खर्चा उसके सर पे बैठा
लड़का घर चलाये
उसका सपना उसके मन में बैठा
पूरा कर न पाए

उसकी टोपी उसके सर पे पड़ती सबकी फतरी
भाई देखो tight है
भाई ने peg लगाया देखो होने वाली fight है
छोड़ भागा सबका साया out पूरी night है

सरई – काले – खान scootyयों पे marathon
सारे भाई अपने पीछे साथ अपने gear कौन
school bunks काटते बजते अपने rap songs
पिद्दू बच्चा निकले पीछे से
पूछो what happened dawg?

सब खैरियत
सारे बन्दे है real
मैं पार करता barrier
खता सबके career

नयी दिल्ली बानबे से आया लड़का तेज़
चलता market में
देखो इसका बढ़ता craze
दिल्ली बानबे से आया लड़का तेज़
चलता market में
देखो इसका बढ़ता craze

घर में घुसते
मू से मू पे
भपके पड़ते दूसरो पे
बाप मुझसे बोले तू शुरू से

फुकरों के साथ उठना बैठना
जो करता है तो देखना
मैं भी राज़ी मेरे फेफड़ो पे break न
एक के से एक लाख एक song बेकना

अनेक जो थे fake यहाँ पे सबके पीछे टेकना
मैं एक खौफनाक हौसल – इ – विराम हु
मैं भांड काफिले का पलटा खौफनाक खाब हु

बहोत काम काज आज मेरे काँधे पर मैं
फासले यु नापु बाते कर जो बैठु जहांज कर मैं
कारतूस पास कर बे trap वाली बातचीत
bc छोड़ असली rap वाली बातचीत

जमनापारी हम है काम है लगते तुमको गर तो
करता हु मैं जो इन शब्दों से वो तुमजो कार्डो
खाली सड़ता भेजा तेरा शब्दकोष से जो भर्दु
बस में करके वश में करके कष्ट में मैं व्यस्त करदु
नष्ट करदु सारे तेरे हौसले

फैसले पे फैसले अदालते मिज़ाज मेरे पैतरें
मैं rapper-ओं के सर पे चढ़के मारु ऐसे रेहपटे
उनके घरपे कल्पे सारे घरपे चलते घ्रेहकलेश

life मेरी ash में
बातचीत cash में
राग चढ़ता सबके मु पे सबके सरपे है craze
अफलातून drag race दिल्ली छह की बातचीत

चापड़ो से लड़ते मु से करते बात नि
ये बात की जो खाल थी वो बात को पता भी नि
मैं बात को बाटाडू उल्टा सबके मन की बात की
मैं बोलू बाते आम आदमी की आज भी
मैं आशिकी की बात करता साथ hip-hop भी

है job मेरी बहोत ही अजीब सी, अज़ीज़ सी
कमीं चीज़ easily मैं बकता जैसे मेरी जीत है ये
जमनापारी उछले अपने क़दमों पे सदमों से परे जो बजता देखो
अपना गीत है ये



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