azlyrics.biz
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

itz skit - par hum khud bhi to naa thik lyrics

Loading...

[verse]
कैसे कहें वो बातें जो है कहना (जो है कहना)
किसे कहें वो बातें, कोई समझे ना (कोई समझे ना)
खानदान बड़ा, पर अपना कोई लगे ना (कोई लगे ना)
करे बहुत, सब बोले कुछ करे ना (कुछ करे ना)
गलती खुद की (खुद की), करा खुद को सबसे अलग
समझाना चाहे ना, तो कैसे जाए कोई हमें समझ
चाहिए ना कोई, बोले हमेशा, पर पड़े फ़र्क
बचपन में झेली चीज़ों का शायद है ये असर (ये असर)
तो चल पड़े इस सफ़र (किस सफ़र?)
ढूँढने को घर (को घर)
तो चल पड़े किस तरफ़ (इस तरफ़)
मिले कोई मेरी तरह

[verse]
करते ना नशे, पर देखो आँखे कैसे लाल हैं
सवाल तो हैं यहाँ बहुत, खुद को और पता भी जवाब है
पूछो ना हमसे, कैसे ये बीती आख़िरी साल है
चोट पे चोट लगी, दर्द देता भी तो अपनी ढाल है
आत्मा सड़ चुका, क्या फ़र्क पड़े ताज़ा खाल है
खुद की खुशी के लिए क्यों करते लोग ऐसा हाल है
कि हम खुशी की खुदकुशी कर देते, जाते मार हैं
कंधे पे ना है सिर्फ़, सर पे भी यहाँ काफ़ी भार है
चिंता ना किसी की, कैसी बनी ये संसार है
सिर्फ़ दुःख और बोझ देते, ये कैसा परिवार है
मरना है उनके जीवन में, बनना हमको राख है
छोड़ दो हमको, हमको बस जाना दूर सबसे भाग है
[chorus]
कैसे जी रहे (कैसे जी रहे), कैसे जी रहे (कैसे जी रहे)
पानी ना, बस ग़म को अपने पी रहे (अपने पी रहे)
समझा पाता काश खुद को कि सब होगा सही (होगा सही)
पर हम खुद भी तो ना ठीक हैं (ठीक हैं)
कैसे जी रहे (कैसे जी रहे), कैसे जी रहे (कैसे जी रहे)
पानी ना, बस ग़म को अपने पी रहे (अपने पी रहे)
समझा पाता काश खुद को कि सब होगा सही (होगा सही)
पर हम खुद भी तो ना ठीक हैं (ठीक हैं)



Random Lyrics

HOT LYRICS

Loading...