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mithoon – banjaara lyrics

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[verse 1]
जिसे जिंदगी ढूंढ रही है
क्या ये वो मकाम मेरा है
यहां चैन से बस रुक जाऊं
क्यों दिल ये मुझे कहता है
जज़्बात नए से मिले है
जाने क्या असर ये हुआ है
एक आस मिली फिर मुझको
जो कुबूल किसी ने किया है

[chorus]
हा किसी शायर की गजल
जो दे रूहको सुकून के पल
कोई मुझको यूं मिला है
जैसे बंजारेको घर
नएं मौसम की सेहर
या सर्दमे दोपहर
कोई मुझको यूं मिला है
जैसे बंजारेको घर

[verse 2]
जैसे कोई किनारा
देता हो साहारा
मुझे वो मिला किसी मोड़ पर
कोई रातका तारा
करता हो उजाला
वैसे ही रोशन करे वो शहर
[pre+chorus]
दर्द मेरे वो भुला ही गया
कुछ ऐसा असर हुवा
जीना मुझे फिर से वो सिखा रहा

[chorus]
जैसे बारिश कर दे तर
या मरहम दर्द पर
कोई मुझको यूं मिला है
जैसे बंजारेको घर
नएं मौसम की सेहर
या सर्दमे दोपहर
कोई मुझको यूं मिला है
जैसे बंजारेको घर

[verse 3]
मुस्काता यह चेहरा
देता है जो पहरा
जाने छुपाता क्या दिलका समंदर
औरोको तो हर दम साया देता है
वो धूप में है खड़ा खुद मगर

[pre+chorus]
चोट लगी है उसे
फिर क्यों महसूस मुझे हो रहा है
दिल तू बता दे क्या है इरादा तेरा
[chorus]
में परिंदा बेसबर
था उड़ा जो दरबदर
कोई मुझको यूं मिला है
जैसे बंजारेको घर
नएं मौसम की सेहर
या सर्दमे दोपहर
कोई मुझको यूं मिला है
जैसे बंजारेको घर
जैसे बंजारेको घर
जैसे बंजारेको घर
जैसे बंजारेको घर



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